सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

भगवान् चार प्रकार के अवतार लेते है!

भगवान् लेते है चार तरह के अवतार:-

पृथ्वी पर जब जब धर्म की हानि होती है, तब तब धर्म की स्थापन के लिए, महापुरुषो की रक्षा के लिए और दुष्टो के संघार के लिए भगवान् श्री हरी विष्णु ने अलग अलग अवतार लिए है जिन्हें चार भागो में विभक्त किया जा सकता है:-

1 महापुरुष अवतार:- महापुरुष अवतार के रूप में भगवान् ने कपिल, बुद्ध, दत्त, और वेदव्यास इत्यादि अवतार लिए है।

2 अंशा अवतार:- अंशा अवतार के रूप में भगवान् ने मत्श्य, कूर्म, वाराह, और हयग्रीव इत्यादि अवतार लिए है।

3 आवेशा अवतार:- आवेशा अवतार के रूप में भगवान् ने नरसिंह और परशुराम अवतार लिए है।

4 पूर्णावतार:- पूर्ण अवतार के रूप में भगवान् ने श्री राम और श्री कृष्णा अवतार लिए है। इन अवतारो में भगवान् अपनी संपूर्ण कलाओ के साथ अवतार लिए थे।




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3 टिप्‍पणियां:

  1. पंडित जी सोलह कलाओं के साथ केवल भगवन श्री कुञ्ज बिहारी ही थे सुना हु।

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  2. पंडित जी सोलह कलाओं के साथ केवल भगवन श्री कुञ्ज बिहारी ही थे सुना हु।

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  3. raam ji aur shyaam ji dono hi 16 kalaao se sampann the.
    raam hi shyaam hai aur shyaam hi raaam hai dono me fark karna naam apraadh hai.

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