शनिवार, 19 नवंबर 2016

जानिये भगवान् दत्तात्रेय के 24 गुरु कौन है?

भगवान् दत्तात्रेय ने अपने जीवन में 24 गुरु बनाय थे। आइये जाने वो गुरु कौन है और उनसे उन्होंने क्या क्या सीखा:-

1 पृथ्वी - क्षमा और धैर्य।
2 वायु- विषयो से अनाशक्ति।
3 आकाश - आत्मा और परमात्मा की अभिन्नता।
4 जल - पवित्रता।
5 अग्नि - निर्लिप्तता।
6 चन्द्रमा - व्यवहार में शीतलता।
7 सूर्य - नियमित जीवन यापन करना।
8 कबूतर - मोह का त्याग।
9 अजगर- निश्चिन्तता।
10 समुद्र - प्रसन्न व् गंभीर रहना।
11 पतंगा - अजितेंद्रिय रहना।
12 भ्रमर - लोभ का त्याग।
13 मधुमक्खी - संग्रह नहीं करना।
14 हाथी - नारी के प्रति मोह त्यागना।
15 हिरन- विरक्ति।
16 मछली - रसेन्द्रिय वश।
17 वेश्या - भोग का त्याग व् वैराग्य।
18 कुरर पक्षी- जीभ लोलुपता।
19 शिशु- मान अपमान सहना।
20 कुँवारी कन्या - एकांत वास।
21 लोहार - मन की एकाग्रता और कर्मनिष्ठा।
22 सर्प- मठादि न बनना।
23 मकड़ी - अद्वैतवाद।
24 भृगड़ी कीट-एकाग्र मन से भगवान् का चिंतन।



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