1 संत जहाँ पैर रख देते है, वह स्थान तीर्थ हो जाता है।
2 संत जो भगवतविषयक बातें करते है, वही शास्त्र बन जाता है।
3 संत का मिलना ही दुर्लभ है।
4 संत के दर्शन होने पर भगवत दर्शन की अनुभूति होती है।
5 संतो की डांट फटकार भी वरदान है।
6 संतो की वाणी अचूक होती है।
7 भगवान् की असीम कृपा होने पर ही संत मिलते है।
8 संतो की आज्ञा भूल कर भी नहीं टालना चाहिए।
9 संतो को अपना सिद्धांत प्यार होता है।
10 संतो की चरण धूलि पाने के लिए भगवान् भी लालायित रहते है।
11 संत दुसरो के कल्याण के लिए तत्पर रहते है।
12 जो संतो में दोष देखता है उसके सामान अभागा संसार में दूसरा कोई नहीं है।
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