सनातन हिन्दू धर्म में इन पांच कन्याओ को पञ्च कन्या की उपाधि दी गई है:-
1 अहिल्या :- गौतम ऋषि पत्नी भगवान् राम के चरण स्पर्श से उद्धार।
2 द्रौपदी :- पांचाल राज की कन्या को अर्जुन ने अज्ञातवास के समय लक्ष भेद कर स्वयंबर में प्राप्त किया। पांचो पांडव से विवाह हुआ था।
3 कुन्ती :- पांडव वंश के राजा पाण्डु की प्रथम पत्नी थी। कुमार्यावस्था में कर्ण को जन्म दिया। पांडवों की माता थी। श्री कृष्ण की बुआ थी।
4 तारा :- गुरु वृहस्पति की पत्नी तारा ने शिष्य चंद्र के द्वारा पुत्र उत्पन्न किया। जिसका नाम बुध हुआ। जिसे चंद्र ने ग्रहण किया।
5 मन्दोदरी:- मय दानव की पुत्री थी। रावण की पटरानी। हेमा नाम की अप्सरा थी।
पञ्च कन्याओ के स्मरण मात्र से सभी पातक का नाश हो जाता है।
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