भगवान का एक नाम है भक्तवत्सल। वत्स कहते है गाय के बछड़े को और गौ माता को कहते है वत्सला। वत्सला का अर्थ होता है- जो अपने बछड़े के सारे दोषो को ग्रहण कर ले उसे वत्सला कहते है।
गाय जब अपने बछड़े को जन्म देती है तो बछड़ा मल से लिपटा होता है पर गौ माता अपनी जीभ से चाट चाट कर सारा मल साफ़ करके उसे निर्मल बना देती है।
इसी प्रकार जो जीव अधम से अधम हो घोर से घोर पाप किया हुआ हो जब भगवान् का आश्रय लेता है तब भगवान् भी उस जीव के सारे दोषो और पापो को गौ माता की ही भाँति साफ़ कर हमारे अंतःकरण को शुद्ध कर देते है और अपनी भक्ति प्रदान कर देते है। यही कारण है की भगवान् को भक्तवत्सल कहते है।
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