धरती पर कोई ऐसा नहीं जो जन्म ले और उसकी मृत्यु न हो। श्रीराम और श्रीकृष्ण भी अपनी लीलाये समाप्त कर अपने परम धाम को वापस गए। परन्तु धरती पर 8 महापुरुष ऐसे है जिन्हें अमरत्व का वरदान प्राप्त है। उन्ही में से एक है भगवान् परशुराम जिन्हें उनके पिता ने अमरत्व का वरदान दिया था।
एक बार की बात है जब भगवान् परशुराम के पिता जमदग्नि ऋषि उनकी माता पर अत्यंत क्रुद्ध थे तब उन्होंने अपने चार बड़े पुत्रो को उनकी माता का गला काटने को कहा, पर चारो पुत्रो ने मातृ प्रेम में ऐसा करने से इनकार कर दिया। तब आखिर में परशुराम वहा पहुचे ऋषि जमदग्नि ने उन्हें भी अपनी माता का गला काटने को कहा तब पिटा की आज्ञा मिलते ही परशुराम ने बिना किसी प्रकार का प्रश्न किये अपनी माता का गला अपने फरसे से काट दिया।
परशुराम की पितृ भक्ति से प्रसन्न हो कर ऋषि जमदग्नि ने उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान दिया। इसी कारण भगवान् परशुराम की कथा रामायण और महाभारत काल के अनेक ग्रंथो और कथाओ में मिलती है। वर्तमान में उनका निवास चारो तरफ से समुद्र से घिरे महेन्द्र पर्वत पर है जहॉ वे तपस्या में लीन है। ऐसा कहा जाता है की कलियुग के अंत में जब भगवान् का कल्कि अवतार होगा तब परशुराम ही कल्कि भगवान् को वेद और अस्त्र-शास्त्र का ज्ञान देंगे।
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जय श्री राम।
जवाब देंहटाएंसुन्दर।
जवाब देंहटाएंjay jay parshuram
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